ये करें कोरोना से बचने के लिए

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दोस्तों एक बार फिर से कोरोना दस्तक दे रहा है। हम पिछले दो सालों मे काफी कुछ सीख चुके हैं। सामाजिक दूरी बनाए रखना। मास्क का प्रयोग करना । घर को और खुद को सैनिटाइज़ करना । भीड़भाड़ वाली जगहों से बचना इत्यादि।

हमारे सारे प्रयासों के बावजूद कुछ न कुछ छूट जाता है जिसके कारण हम कोरोना संक्रमित हो जाते हैं।

मै यहाँ तीन बातें बताऊंगा जो आपको कोरोना संक्रमण से बचने की कुंजी है।

Excellent Video on holistic medicine by my junior Dr.Kranti Chandan Jaykar from Indira Gandhi Institute Of Medical Sciences Patna

1. पहली बात है ,रोज सुबह शाम नमक और गरम पानी का गरारा करना। कोरोना वाइरस गर्मी सहन नहीं कर सकता । अगर हम गरारा करेंगे तो वो गले मे खत्म हो जाएगा और बीमारी पैदा नहीं कर पाएगा। दोस्तों इसमे सावधानी ये रखनी है कि पानी ज्यादा गरम ना हो । हल्का गुनगुना पानी जो हम बर्दाश्त कर सकते हैं,ठीक रहेगा । पानी मे नमक के बजाए गार्गल (लिकुइड ,दवा की दुकानों मे मिलती है) का भी प्रयोग कर सकते हैं। शाम का गरारा सोने से पहले रात का भोजन करने के बाद करें ।

क्यूंकी भोजन का कुछ अंश गले मे लगा रहता है जो बैक्टीरिया के लिए कल्चर मीडियम का काम करता है। अगर हम रात के खाने के बाद गरारा करेंगे तो गले मे बैक्टीरिया का संक्रमण होने की संभावना कम होगी । कोरोनावाइरस हमारे शरीर की इममुनिटी को कम कर देता है जिस के कारण बैक्टीरिया का संक्रमण भी बढ़ जाता है।

2. दूसरी बात है,रोज सुबह शाम पानी का भाप लेना । हम जानते हैं की कोरोना नाक और मुह के रास्ते से शरीर मे जाता है और इन रास्तों मे वो संक्रमण के बाद कहीं भी रह सकता है। अतः भाप लेने से हमारा ये रास्ता सैनिटाइज़ हो जाता है और जो भी वाइरस होता है वो मर जाता है।

भाप लेने के और भी फायदे हैं। हुमारे चेहरे और ललाट की हड्डियो मे खोखला भाग होता है जिसे हम साईनस कहते हैं। यह खोखला भाग एक बंद कमरे के समान है जिसमे एक हे छोटा सा दरवाजा होता है जो हमारी नाक के भीतरी हिस्से मे खुलता है। सर्दी सूखने पर ये दरवाजा जाम हो जाता है और इसमे हवा प्रवेश नहीं कर पाती है जिसकी वजह से अनेरोबिक बैक्टीरिया का संक्रमण हो जाता है। भाप लेने से ये दरवाजा खुल जाता है अंदर की पूरी गंदगी बाहर निकल जाती है।

3. तीसरी बात है कोरोना का हमारे शरीर मे प्रसार रोकना। हम सभी जानते हैं की वाइरस को अपनी संख्या बढ़ाने के लिए शरीर की

कोशिकाओं मे घुसना होता है। जिसके लिए वाइरस को कोशिका से चिपकना होता है। आइवेर्मेक्टिन दवा जिसका प्रयोग जोंक /कृमि के इलाज़ मे होता है तथा इससे स्काबीज का भी एलाज होता है ,कोरोना वाइरस को शरीर मे फैलने से रोकथाम के लिए भी उपयोगी है।ये दवा कोरोना वाइरस को कोशिकाओं से चिपकने नहीं देती है। ये बात रिसर्च से सिद्ध हो चुकी है। मेरा मानना है कि अगर पूरे देश को 14 दिन लगातार ये दवा दे दी जाय तो देश से कोरोना का प्रसार रुक जाएगा। रिसर्च रिजल्ट्स

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