संयोगवश मुझे मेरे एक पुराने मित्र कि याद आ गयी जो सरकारी गोपनीय शाखा से संबन्धित हैं। मैंने अपने परिचित कि आपबीती उनको सुनाई और उनसे अनुरोध किया कि सच्चाई का पता लगाएँ । उन्हे मैंने अपने परिचित के मोबाइल…