बड़ा से बड़ा मोबाइल हैकर आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा

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मोबाइल और ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए ये करें ।  

दोस्तों आजकल मोबाइल का प्रयोग लगभग सभी लोग करते हैं ।हमे अक्सर सुनने को मिलता है कि फलां आदमी का पैसा मोबाइल के माध्यम से निकाल लिया गया ,फलां आदमी को किसी ने कॉल करके पैसा ले लिया । अनेक भोलेभाले मासूम लोग जो एंडरोइड फोन का प्रयोग करते हैं या एटीएम कार्ड का प्रयोग करते अक्सर बुरे लोगों का शिकार हो जाते हैं। मै आम लोगों को थोड़ा जागरूक करने का प्रयास कर रहा हूँ ।

अगर आप थोड़ी सावधानी बरते तो आप ऐसे हादसों के शिकार होने से बच सकते हैं।मै यहाँ पहले कुछ सामान्य महत्वपूर्ण बातें आपको बताऊंगा जो आपको जानना जरूरी है।

अपना मोबाइल फोन को समय समय पर अपडेट करते रहें। आपके मोबाइल का ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए अपडेट आता रहता है जो पिछले version की weakness ओर bugs को हटाने के लिए होता है और security feature को बेहतर करने के लिए होता है ।

अपने मोबाइल मे एंटिवाइरस App जरूर रखें। और एंटिवाइरस को भी समय समय पर अपडेट करते रहें। ध्यान रहे की App गूगल Playstore से होना चाहिए और उस app की उसके यूजर  रेटिंग और रिवियू को भी पढ़ें तब उसे अपने मोबाइल पर इन्स्टाल करें। समय समय पर एंटिवाइरस से अपने मोबाइल को स्कैन और क्लीन करें।

अपने मोबाइल मे पिन या पैटर्न लॉक जरूर रखें।

अपने मोबाइल मे बेकार App बिलकुल न रखें।

अगर आप Net Banking यूज़ करते हैं तो ओटीपी वाला सिम अपने किसी दूसरे Handset मे डाल कर रखें।

सबसे जरूरी बात -कई बार आप किसी कस्टमर care के नंबर पर  फोन करते हैं और वो आपको कोई App Install करने को कहता है तो आप उसे  बिलकुल मना कर दें।

अगर कोई आपको ज्यादा देर तक बातों मे उलझा रहा है और आपके फोन मे कोई PAYMENT APP है तो आप तुरंत अपने फोन का Data और WIFI ऑफ कर दें । वो आपका फोन नहीं hack कर पाएगा।

अगर आप अपना कोई डॉकयुमेंट WhatsApp से print करवाने जाते हैं और आपके फोन से कोई shopkeeper स्कैन करके अपने डेस्कटॉप पर WhatsApp वेब access करता है और आपका डॉकयुमेंट Download कर प्रिंट देता है तो काम होने के बाद आप तुरंत अपने मोबाइल के WhatsApp setting मे linked device मे जाकर logout कर लें।

आपका डिवाइस आपके जिस Gmail अकाउंट से sync कर रहा है उसे ज्यादा secure password से सुरक्षित करें। आपका password कम से कम 8 character का होना चाहिए जिसमे कम से कम एक capital letter एक small letter,एक number और एक special character होना चाहिए ।अगर आपका Gmail अकाउंट का पासवर्ड किसी को मिल जाये तो वो आपके उस अकाउंट मे कम्प्युटर या किसी अन्य डिवाइस से लॉगिन कर आपके मोबाइल मे playstore का कोई भी app remotely install कर सकता है। इसलिए सावधान रहें।

अपने टेक्स्ट message मे लिंक को क्लिक न करें । और न ही किसीको ओटीपी बताएं।

फोन पर commercial calls को जहां तक संभव हो न Attend करें । न ही किसी को अपना नाम date of birth या कोई भी पर्सनल जानकारी दें । अपने मोबाइल नंबर पर DND रजिस्टर करवाएँ

कोई भी डॉकयुमेंट प्रूफ की कॉपी जमा करने से पहले उसपर यह अवश्य लिखें की वो आपने किस लिए दिया है ।

अपना पुराना मोबाइल/टैबलेट /computer अगर बेचना हो तो उसे फ़ारमैट करके ही बेचें। (हलाकि फ़ारमैट के बाद भी आपकी पर्सनल जानकारी निकाली जा सकती है लेकिन फिर भी फ़ारमैट करना ज्यादा उचित रहता है।

शॉपिंग करते समय अपना मोबाइल नंबर और E-mail आईडी नहीं share करें।अगर share करना जरूरी हो तो आप वो मेल आईडी और नंबर दें जो आप बैंक अकाउंट से लिंक नहीं रखते।

ऑनलाइन शॉपिंग मे कार्ड सेव ऑप्शन नहीं चुने।

ATM से पैसा निकालते समय अपने नजदीक किसीको न आने दें और pin टाइप करते समय अपने दूसरे हाथ से या अपने शरीर के किसी भाग से उसे ब्लॉक करके रखें ताकि कोई देख न पाये ।

POS स्वाइप करने के बाद आप pin छुपा कर enter करें क्यूंकी चारों तरफ cctv camera हो सकता है और बाद मे ज़ूम करके आपका पिन लोग जान सकते हैं।आपका कार्ड नंबर और उसके पीछे लिखे 3 डिजिट CVV नंबर भी गोपनीय रखना चाहिए।सबसे ज्यादा खतरा आपको शॉपिंग MALL मे होता है।वो आपकी कार्ड डिटेल्स पेमेंट के समय जान सकते हैं और बिलिंग के समय आपसे मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी । मेरे विचार से सबसे ज्यादा हमलोग ऐसी जगहों पर लापरवाह होते हैं और सबसे ज्यादा हमारा सेनसिटिव इन्फो ऐसी जगहों से लीक होता है।

प्राइवेट financing companies जो 0 परसेंट इंटरेस्ट rate पर EMI भुगतान की सुविधा देती है उसके representatives आपका सारा डिटेल्स लेते हैं ऐसे मे आपका अकाउंट कॉम्प्रोमाइज़ होने का ज्यादा खतरा रहता है। मेरा विचार है कि जहां तक हो आप ऐसे लोन पर सामान खरीदने से बचें।

सार्वजनिक स्थानो पर उपलब्ध Free Wifi का प्रयोग करने से बचें ।खासकर बैंकिंग ट्रैंज़ैक्शन अपने खुद के Data के माध्यम से करना चाहिए।

जहां तक संभव हो ऑनलाइन शॉपिंग मे cash on delivery ऑप्शन चुने।

कई बार आपको मेल बॉक्स मे बैंक या आपके हाल मे किए गए ट्रैंज़ैक्शन से जुड़े ऑर्गनाइज़ेशन के मैसेज आते हैं जो असल मे ऑर्गनाइज़ेशन के या बैंक के नहीं होते। ऐसे मे धोखेबाज़ लोग उससे मिलते जुलते नाम और logo का प्रयोग कर आपकी बैंकिंग से संबन्धित जानकारी आपसे लेने की कोशिश करते हैं। आपको sender की mail आईडी को ध्यान से चेक करना चाहिए। मेल का @ के बाद वाला पार्ट देखने से पता चल सकता है कि वो मेल genuine है कि नहीं । जैसे -xyz**********@google.com का domain google.com है जबकि google@xyz.com का Domain xyz.com है। तो आप पहचान सकते हैं कि जो फ़र्स्ट आईडी है वो google से है लेकिन जो दूसरी आईडी है वो fake हो सकती है। आपको ध्यान देना होगा organization की genuine mail है कि नहीं। ऐसे मेल मे लिंक को कभी भी क्लिक न करें।अगर लिंक देखना हे हो तो कॉपी करके किसी दूसरे ब्राउज़र मे लिंक paste करके खोलें।अगर वो लिंक खुलने के बाद कुछ सॉफ्टवेर इन्स्टाल करने का मैसेज  आए तो कभी इन्स्टाल न करें जबतक आपको मालूम न हो कि क्या इन्स्टाल हो रहा है और उसकी उपयोगिता  आपके लिए क्या है।

ज्यादा कमाई का वादा करनेवाले APPS आपसे ज्यादा अपनी कमाई करते हैं।

लॉटरी मे जीत वाले मैसेज से सावधान रहे ये आपको लालच देकर ठग लेते हैं।

अपने मोबाइल से जंक क्लीन करते रहें ताकि आपके मोबाइल मे नया अपडेट लेने के लिए जगह रहे।

मोबाइल मे गेम्स न खेलें खासकर उस मोबाइल पर जिसपे आप ऑनलाइन ट्रैंज़ैक्शन करते हों।

अगर आपके साथ ऐसी कोई घटना हुई हो जिसमे आपका पैसा ऑनलाइन किसीने निकाल लिया हो तो आप अपने बैंक को इसकी सूचना दें और national cyber crime reporting portal पर अपनी complaint दर्ज़ कर सकते हैं।

सजग रहें।  सुरक्षित रहें!

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