प्रियंका अपने विचारों में गुम थी कि अचानक उसके फोन की घंटी बजी। स्क्रीन पर मोहन का नाम था – राजन का पुराना दोस्त। प्रियंका का दिल जोर से धड़कने लगा। मोहन को फोन पर बात करने के दौरान हमेशा से ही एक अनकही सच्चाई का अहसास था, लेकिन अब, प्रियंका को यह समझने का मौका मिला कि मोहन को कुछ ज़्यादा ही मालूम था।
“प्रियंका, मुझे राजन के बारे में कुछ नई जानकारी मिली है। मुझे लगता है कि तुम कुछ और जानने की कोशिश करो।” मोहन ने हलकी सी आवाज़ में कहा।
प्रियंका की सांस रुक गई, “क्या मतलब है तुम्हारा, मोहन?”
“तुम्हें शायद यह सच नहीं पता होगा, लेकिन राजन के लापता होने के पीछे एक गहरी साजिश हो सकती है। वह जो काम कर रहा था, वह बहुत खतरनाक था। मुझे विश्वास है कि तुम इसे सही से नहीं समझ पाओगी, लेकिन अगर तुम चाहो तो मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूँ।”
प्रियंका ने मोहन से मिलने का फैसला किया, लेकिन वह जानती थी कि इस रास्ते पर उसे और भी अंधेरे रहस्यों का सामना करना पड़ेगा।